March 08, 2006

उम्‍मीद

सपने सच होते है गर
दिल से देखे जायें,
सपने सच होते है गर
उनपे काम किया जाये,
सपने सच होते है गर
उम्‍मीद ना छोडी जाये,

उम्‍मीद ही एक ऐसी चीज है,
जो जिंदा रखती है सपनों को,
वरना हम क्‍या, हमारी जात क्‍या.
सपना खुद सपना हो जाता है,
जब उम्‍मीद का दामन छूट जाता है.

1 comment:

Anonymous said...

A marvellous summary of "hope" - beautifully intervened with words. Great going!