एक
एक है जो ख़त्म हो रही है;
"जिंदगी"
एक है जो बड़ रही है;
"उम्र"
एक जो बन रहे है; बिगड़ रहे है;
"रिश्ते"
एक है जो चल रहा है;
"वक़्त"
जिंदगी, उम्र, रिश्ते, वक़्त,
सब ताने-बाने है।
वो जो एक है ;
वो हम है।
जो हमेशा
एक और अकेले ही
रुखसत होंगे।
6 मई 2007
"जिंदगी"
एक है जो बड़ रही है;
"उम्र"
एक जो बन रहे है; बिगड़ रहे है;
"रिश्ते"
एक है जो चल रहा है;
"वक़्त"
जिंदगी, उम्र, रिश्ते, वक़्त,
सब ताने-बाने है।
वो जो एक है ;
वो हम है।
जो हमेशा
एक और अकेले ही
रुखसत होंगे।
6 मई 2007
बहुत सुन्दर
Posted by Pramendra Pratap Singh | 7:16 AM
बेहतरीन. बधाई.
Posted by Udan Tashtari | 11:23 PM