ख़याल की एक जात होती है,
कुछ ख़याल जातीय होते है,
कुछ बातें शब्दों से नहीं होती,
कुछ बातों के लिए शब्द नहीं होते।
बस महसूस किया जाता है ,
एहसास हमेशा जिंदा रहते है ...
कुछ ख़याल जातीय होते है,
कुछ बातें शब्दों से नहीं होती,
कुछ बातों के लिए शब्द नहीं होते।
बस महसूस किया जाता है ,
एहसास हमेशा जिंदा रहते है ...