May 02, 2007

आँगन

एक सपना देखा था
कि एक आँगन हो अपना,
जिसमे बचपन खेले

मेरे
आने वाले कल का।
आज एक हकीकत देखी,
मेरा सपना खेल रह था
फर्क बस इतना था ;
पडोसी का था 'आँगन'.

No comments: